पुरापाषाण, मध्यपाषाण और नवपाषाण काल के विषय में स्मरणीय तथ्य एवं नोट्स

पुरापाषाण, मध्यपाषाण और नवपाषाण काल के विषय में स्मरणीय तथ्य एवं नोट्स 


पुरापाषाण (Paleolithic Age) 

आरम्भ में माना जाता था कि पृथ्वी ईश्वर द्वारा बनाई गई है. परन्तु, वैज्ञानिकों ने इस धारणा को बदला. पहले मानव बन्दर की तरह झुककर हाथ और पैर दोनों से चलता था. बाद में वह सीधे खड़े होकर आज शाहरुख खान जैसे चलने लगा. दोनों हाथों के free हो जाने से वह इनसे अनेक काम करने लगा. बाद में तो मस्तिष्क से सोचने का काम करने लगा और आज विज्ञान हमारे सामने है.                   

By F.R.Prajapat


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Paleolithic Age Facts

  1. जिस समय आरंभिक मानव पत्थर का प्रयोग करता था, उस समय को पुरातत्त्वविदों ने पुरापाषाण काल नाम दिया है.
  2. यह शब्द प्राचीन और पाषाण (पत्थर) से बना है.
  3. यह वह कल था जब मनुष्य ने पत्थरों का प्रयोग सबसे अधिक किया.
  4. पुरातत्त्वविदों के अनुसार, पुरापाषाण काल की अवधि बीस लाख साल पूर्व से बारह हजार साल पहले तक है.
  5. इस युग को तीन भागों में बाँटा गया है – आरंभिक, मध्य और उत्तर पुरापाषाण युग.
  6. माना जाता है कि मनुष्य इस युग में सबसे अधिक दिनों तक रहा है.
  7. इस युग में मनुष्य खेती नहीं करता था बल्कि पत्थरों का प्रयोग कर शिकार करता था.
  8. इस युग में लोग गुफाओं में रहते थे.
  9. इस युग में सबसे महत्त्वपूर्ण काम जो मानव ने सीखा, वह था आग को जलाना. आग का उपयोग विभिन्न कार्यों के लिए होने लगा.
  10. दक्षिण भारत में कुरनूल की गुफाओं में इस युग की राख के अवशेष प्राप्त हुए हैं.
  11. पुरातत्त्वविदों ने पुणे-नासिक क्षेत्र, कर्नाटक के हुँस्गी-क्षेत्र, आंध्र प्रदेश के कुरनूल-क्षेत्र में इस युग के स्थलों की खोज की है. इन क्षेत्रों में कई नदियाँ हैं, जैसे – ताप्ती, गोदावरी, कृष्णा भीमा, वर्धा आदि. इन स्थानों में चूनापत्थर से बने अनेक पुरापाषाण औजार (weapons) मिले हैं.
  12. नदियों के कारण इन स्थलों के जलवायु में नमी रहती है. यहाँ गैंडा और जंगली बैल के अनेक कंकाल मिले हैं. इससे अनुमान लगाया गया है कि इन क्षेत्रों में इस युग में आज की तुलना में अधिक वर्षा होती होगी. ऐसा अनुमान इस आधार पर लगाया है कि गैंडा और जंगली बैल नमीवाले स्थानों में रहना पसंद करते हैं.
  13. अनुमान लगाया जाता है कि इस युग का अंत होते-होते जलवायु में परिवर्तन होने लगा. धीरे-धीरे इन क्षेत्रों के तापमान में वृद्धि हुई.
  14. इस युग का मनुष्य चित्रकारी करता था जिसका प्रमाण उन गुफाओं से मिलता है जहाँ वह रहता था.






मध्यपाषाण युग (Mesolithic Age)

पुरापाषाण काल लगभग एक लाख वर्ष तक रहा. उसके बाद मध्यपाषाण या मेसोलिथिक युग (Mesolithic Age) आया. बदले हुए युग में कई परिवर्तन हुए. जीवनशैली में बदलाव आया. तापमान में भी वृद्धि हुई. साथ-साथ पशु और वनस्पति में भी बदलाव आये. इस युग को मध्यपाषण युग (Mesolithic Age) इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह युग पुरापाषाण युग और नवपाषाण युग के बीच का काल है. भारत में इस युग का आरम्भ 8000 ई.पू. से माना जाता है. यह काल लगभग 4000 ई.पू. के आस-पास उच्च पुरापाषाण युग का अंत हो गया और जलवायु उष्ण और शुष्क हो गया. परिणामस्वरूप बहुत सारे मौसमी जलस्रोत सूख गए होंगे और बहुत सारे जीव-जन्तु दक्षिण अथवा पूर्व की ओर प्रवास कर गए होंगे, जहाँ कम से कम मौसमी वर्षा के कारण लाभकारी और उपयुक्त घनी वनस्पति बनी रह सकती थी. जलवायु में परिवर्तनों के साथ-साथ वनस्पति व जीव-जन्तुओं में भी परिवर्तन हुए और मानव के लिए नए क्षेत्रों की ओर आगे बढ़ना संभव हुआ.





नवपाषाण काल (Neolithic Age)

मध्यपाषाण काल के बाद नवपाषाण युग में मनुष्य के जीवन में बहुत अधिक परिवर्तन आया. इस युग में वह भोजन का उत्पादक हो गया अर्थात् उसे कृषि पद्धति का अच्छा ज्ञान हो गया. यह पाषाणयुग की तीसरी और अंतिम कड़ी है. भारत में 4,000 ई.पू. से यह यह शुरू हुआ और संभवतः 2500 ई.पू. तक चलता रहा. इस युग में मनुष्य का मस्तिष्क अधिक विकसित हो चुका था. उसने अपने बौद्धिक विकास, अनुभव, परम्परा और स्मृति का लाभ उठाकर अपने पूर्व काल के औजारों व हथियारों को काफी सुधार लिया. दक्षिण भारत और पूर्व भारत में अनेक स्थलों पर इस संस्कृति के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं. दक्षिण भारत में गोदावरी नदी के दक्षिण में ये साक्ष्य मिले हैं. इस युग में भारतीय मानव ने ग्रेनाइट की पहाड़ियों अथवा नदी तट के समीप बस्तियाँ स्थापित की थीं. पूर्वी भारत में गंगा, सोन, गंडक और घाघरा नदियों के डेल्टाओं में मानव रहता था.



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भारत का इतिहास पाषाण काल   

 

पाषाण काल से महत्वपूर्ण प्रश्न

1. प्रश्न - पाषाण काल को कितने भागों में बाँटा गया है? 
उत्तर - पाषाण काल को तीन भागो में बाँटा गया है। 
a. पूरा पाषाण काल, b. मध्य पाषाण काल, c. नवपाषाण काल
2. प्रश्न - पुरापाषाण काल में मनुष्यों की जीविका का मुख्य आधार क्या था?
उत्तर - पुरापाषाण काल में मनुष्यों की जीविका का मुख्य आधार शिकार था।
3. प्रश्न - किस काल को आखेटक तथा खाद्य-संग्राहक काल कहा जाता है? 
उत्तर -पुरापाषाण काल
4. प्रश्न - आधुनिक मानव को क्या कहा जाता है? 
उत्तर - होमो-सेपियन
5. प्रश्न - प्रथम पालतू पशु था?
उत्तर - कुत्ता
6. प्रश्न - कुत्ता को किस काल में पालतू पशु बनाया गया?
उत्तर - मध्यपाषाण काल में
7. प्रश्न - मानव ने आग की खोज किस काल में की?
उत्तर - पुरापाषाण काल | 
8. प्रश्न - मानव ने आग का प्रयोग किस काल से शुरू की?
उत्तर - नवपाषाण काल
9. प्रश्न - मानव ने कृषि किस काल से प्रारम्भ की? 
उत्तर - नवपाषाण काल से 
10. प्रश्न - मनुष्यों में स्थाई निवास की प्रवित्ति किस काल से विकसित हुई? 
उत्तर - नवपाषाण काल से 
11. प्रश्न - भारत में पाषाणकालीन सभ्यता का अनुसन्धान सर्वप्रथम किसने प्रारम्भ की? 
उत्तर - रॉबर्ट ब्रूस फुट ने (1863 ई.) 
12. प्रश्न - भारत में व्यवस्थित कृषि का पहला साक्ष्य किस स्थान से प्राप्त हुआ? 
उत्तर - मेहरगढ़ से
13. प्रश्न - किस स्थान से नवपाषाण कालीन हड्डी के औजार मिले है? 
उत्तर - बिहार के चिराद नामक स्थान से
14. प्रश्न - पाषाण काल के तीनो चरणों का साक्ष्य किस स्थान से प्राप्त हुआ? 
उत्तर - बेलन घाटी इलाहाबाद से
15. प्रश्न - मानव द्वारा प्रयोग की गयी पहली धातु थी? 
उत्तर - ताँबा
16. प्रश्न - चावल की खेती का प्राचीनतम साक्ष्य किस स्थान से प्राप्त हुआ? 
उत्तर - कोलडीहवा इलाहाबाद से
17. प्रश्न - पहिये का आविष्कार किस काल में हुआ? 
उत्तर - नवपाषाण काल में 
18. प्रश्न - प्रागैतिहासिक काल के अन्तर्गत किन संस्कृतियों को रखा जाता है? 
उत्तर - पाषाण
19. प्रश्न - मानव सभ्यता के विकास की प्रथम अवस्था कौन सी थी? 
उत्तर - शिकार अवस्था 
20. प्रश्न - प्रागैतिहासिक काल के उपकरण एवं हथियार किससे बनाये जाते थे? उत्तर - पत्थर से

By F.R.Prajapat